ज्योतिबा फुले
महान समाज सुधारक ज्योतिबा राव फुले और उनकी धर्म पत्नी ने ही महिलाओं और दलितों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया था । ख़ुद पर उस समय के समाज की गंदी सोच को अपने ऊपर हावी ना होने देकर मानवता को तवज्जो दी । उसके बाद महात्मा गांधी जी से लेकर बाबा साहब जी तक ने उन्हें गुरु माना । और उनके नक़्शे क़दम पर चलते हुए सामाजिक क्रांति की । लेकिन ज्योतिबा राव फूले जी ब्राह्मण जाति के ख़िलाफ़ नही थे । वे उस व्यवस्था के ख़िलाफ़ थे जिसमें किसी को जाति के कारण सामाजिक और आर्थिक अधिकार से वंचित कर दिया जाता है । ये ही कारण है कि उन्होंने अपने अंतिम समय में अपनी सारी ज़मीन जायदाद एक ग़रीब ब्राह्मण को दान में देकर इस बात को प्रमाणित भी किया था कि व्यवस्था परिवर्तन उनका उद्देश्य है । और उनसे ही प्रेरणा लेकर हम सबके प्रिय सविंधान निर्माता बाबा साहेब जी ने भी एक विधवा ब्राह्मणी से विवाह कर कर ये ही संदेश देना चाहा कि व्यवस्था परिवर्तन ही वास्तव में सभी सामाजिक सुधारको का उद्देश्य था । लेकिन अफ़सोस आज इसी विचार की आड़ में ब्राह्मण विरोध की आड़ में हिंदू धर्म को गरियाने की कुटिल चाल जारी है । इन सबके बीच प...

Jay Saini samaj
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